लॉक वाले एटीएम में औसतन रोज 2000 लोग भूल जाते हैं कार्ड

एटीएम बदल गए हैं। अब आप एटीएम के कार्ड रीडर स्पेस में स्वैप करने के तुरंत बाद डेबिट कार्ड नहीं निकाल सकते। आपका कार्ड ट्रांजेक्शन पूरा होने तक लॉक हो जाता है। वह एटीएम से पैसा या स्लिप निकलने के बाद ही अनलॉक होता है। लेकिन राजधानी के लोग अभी इस नई तकनीक के अभ्यस्त नहीं हेा पाए हैं। यही वजह है कि कई लोग पैसा निकलते ही उसे जेब या पर्स में डालकर बाहर निकल जाते हैं। कार्ड के अनलॉक होने का इंतजार तक नहीं करते। नतीजतन कार्ड वहीं फंसा रह जाता है। एेसे में बैंक अफसर हिदायत दे रहे हैं कि ट्रांजेक्शन पूरा होने के बाद दो-तीन मिनट जरूर रुकें, इससे कार्ड भूलने और दुरुपयोग की आशंका कम हो सकती है।



एटीएम का मेंटेनेंस देखने वाली एजेंसियों की मानें तो रोजाना औसतन 2000 से अधिक डेबिट कार्ड उन्हें मिल रहे हैं। वे यह सारे कार्ड कैश देने वाली बैंक की शाखाओं में जाकर जमा करा देते हैं। वहां इनके वास्तविक ग्राहक की पहचान करना मुश्किल काम है। राजधानी में दिन के समय ज्यादातर एटीएम बिना गार्ड के होते हैं। ऐसे में बाद में पैसा निकालने आए ग्राहक यह कार्ड एटीएम कैबिन के पड़ोस में स्थित दुकानदारों को दे जाते हैं। इन दुकानदारों के पास यह कार्ड लंबे समय तक पड़े रहते हें। लेकिन यदा-कदा ही कोई ग्राहक कार्ड वापस लेने आता है।