आदमपुर छावनी में कचरे से बिजली बनाने की योजना फेल होने से पिछले दो साल में यहां जमा हुआ 3 लाख टन से अधिक कचरे की रिसाइकलिंग प्रक्रिया एक हफ्ते में शुरू हो जाएगी। इस पर 14 करोड़ 96 लाख 88 हजार रुपए खर्च होंगे। इस कचरे का पूरी तरह निपटान होने में नौ माह का समय लगेगा। यह काम शुरू होने पर जनवरी में होने वाले स्वच्छ सर्वे में डंपिंग साइट के कचरे के निपटान पर 60 नंबरों में से कम से कम 50 नंबर मिल जाएंगे।
नगर निगम ने 2016 में आदमपुर छावनी में कचरे से बिजली बनाने के लिए मुंबई की एस्सेल इंफ्रा से अनुबंध किया था। दिसंबर 2017 से आदमपुर छावनी में कचरा इस उम्मीद के साथ डम्प किया गया था कि अगले कुछ दिनों में कचरे से बिजली बनना शुरू हो जाएगी। इसी आधार पर प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने अस्थायी अनुमति जारी की थी। लेकिन यह प्रोजेक्ट डम्प हो गया। इस बीच आदमपुर छावनी में कचरे का ढेर पहाड़ में बदल गया। इस क्षेत्र में भी भानपुर की तरह बदबू फैलने लगी।